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रजत जयंती सप्ताह में स्वरोजगार मेले का आयोजन 1 करोड़ 20 लाख के चेक वितरित

प्रदीप कुमार
हरिद्वार/श्रीनगर गढ़वाल।हरिद्वार 4 नवम्बर को रजत जयंती सप्ताह के अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशानुसार जनपद में युवाओं एवं महिला को स्वरोजगार से जोड़ने हेतु सामुदायिक केंद्र, शिवालिक नगर फेस-1 में स्वरोजगार ऋण मेले एवं बुनकर सम्मेलन,गोष्ठी का आयोजन किया गया।इस अवसर पर विभिन्न विभागों द्वारा स्वरोजगार योजनाओं की जानकारी दी गई तथा पात्र लाभार्थियों को ऋण स्वीकृति पत्र एवं प्रोत्साहन सामग्री वितरित की गई। महाप्रबन्धक उद्योग उत्तम कुमार तिवारी ने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की मंशा के अनुरूप प्रत्येक परिवार को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए युवाओं आत्मनिर्भरता एवं उद्यमिता के लिए प्रेरित किया गया। कार्यक्रम में एक करोड़ बीस लाख रूपये के चैक वितरित कार्यक्रम में स्वरोजगार योजनाओं के लाभार्थियों को प्रमाणपत्र प्रदान किए गए तथा मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के अंतर्गत 10 लाभार्थियों को 10-10 लाख रुपये के कुल 12 चेक वितरित किए गए। इसके अतिरिक्त योजना के तहत 50 से अधिक नए आवेदकों का पंजीकरण भी किया गया तथा बुनकर तथा माटीकला समुदाय से जुड़े कारीगरों का सम्मान भी किया गया। उत्कृष्ट कार्य करने वाले कारीगरों को स्मृति चिन्ह एवं शॉल भेंट कर सम्मानित किया गया।अधिकारियों द्वारा स्वरोजगार हेतु प्रदान की गई जानकारियां इस अवसर पर अधिकारियों द्वारा अपने-अपने विभाग की विभिन्न योजनाओं की विस्तृत जानकारी प्रदान की गई,जिनमें मुख्यतः पीएमईजीपी,एमएसएमई नीति-2023,मेगा इंडस्ट्रियल पॉलिसी, स्टार्ट-अप पॉलिसी,पीएम विश्वकर्मा योजना,एक्सपोर्ट पॉलिसी,मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना तथा प्राइवेट इंडस्ट्रियल पॉलिसी शामिल रहीं।महाप्रबन्धक उद्योग तथा सम्बन्धित अधिकारियों द्वारा बताया कि राज्य गठन से अब तक सिडकुल में हजारों औद्योगिक इकाइयों की स्थापना कराई गई है,जिससे एक लाख से अधिक व्यक्तियों को रोजगार मिला है। साथ ही हजारों इकाइयों को कैपिटल सब्सिडी,इंटरेस्ट सब्सिडी,विद्युत बिल सब्सिडी,भूमि व स्टाम्प ड्यूटी सब्सिडी तथा डीपीआर सब्सिडी समेत विभिन्न प्रोत्साहन दिए गए हैं।महाप्रबन्धक उद्योग ने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की मंशा के अनुरूप इस कार्यक्रम का आयोजन किया जिसका उद्देश्य जनपद एवं राज्य में उद्यमिता विकास,पारंपरिक हुनर संरक्षण एवं स्थानीय युवा-कारीगरों को स्वरोजगार से जोड़ना है,जिससे प्रदेश की अर्थव्यवस्था और अधिक सशक्त हो सके।इस दौरान क्षेत्रीय प्रबन्धक सिडकुल,बैंकर्स,सेवायोजन,खादी ग्रामोद्योेग,होम्योपैथिक,ग्राम्य विकास अभिकरण आदि विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी,औद्योगिक संगठनों के प्रतिनिधि सहित जनसमूह उपस्थित था।

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